एसीबी की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
अंबिकापुर। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने बुधवार को राजपुर में पटवारी पवन पांडेय को 12 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। फौती नामांतरण के लिए 14 हजार नकद और दो क्विंटल मक्का में सौदा तय हुआ था। पटवारी ने दो हजार रुपये पहले ले लिए थे। बुधवार को घर से लगे कार्यालय में रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया।
तहसील राजपुर के हलका नंबर 17 पतरापारा में पटवारी पवन पांडेय की पदस्थापना थी। इसी गांव के अजय पावले के पिता की मृत्यु हो जाने पर उसने पुश्तैनी जमीन के फौती नामांतरण के लिए पटवारी से संपर्क किया था। पटवारी ने इस कार्य के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। अजय पावले इतनी बड़ी रकम नहीं देना चाहता था। बिना रिश्वत कार्य नहीं होने के संदेह पर उसने 14 हजार नकद और दो क्विंटल मक्का देने की सहमति दे दी थी। दो हजार रुपये 22 नवंबर को बतौर रिश्वत वह दे चुका था।
रिश्वतखोरी की शिकायत अजय पावले ने एसीबी की टीम से की थी। एसीबी की जांच में रिश्वत मांगने की पुष्टि पर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई गई। योजना के तहत अजय पावले को बुधवार को पटवारी को रिश्वत की 12 हजार रुपये देना था।पटवारी का राजपुर के वार्ड क्रमांक 12 खुटनपारा में मकान है। मकान से लगे एक कमरे को उन्होंने कार्यालय बनाया है। इसी कार्यालय में बुधवार को 12 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया। एसीबी के डीएसपी प्रमोद खेस के नेतृत्व में टीम के सदस्य कार्रवाई के लिए पहले से ही मुस्तैद थे। पटवारी को हिरासत में लेने के बाद एसीबी की टीम ने राजपुर में ही उनका बयान भी लिया। पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
बता दें कि फौती नामांतरण के लिए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार पटवारी पवन पांडेय,पटवारी संघ में भी सक्रिय था। राजपुर पटवारी संघ के तहसील अध्यक्ष की जबाबदारी संभाल रहे पवन पांडेय के पास परसागुड़ी राजस्व निरीक्षक मंडल में राजस्व निरीक्षक का अतिरिक्त प्रभार भी था।