नमक से पोटास नामक नकली खाद बनाने वाले 4 आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार
कांकेर जिले की पखांजूर पुलिस को मिली सफलता

कांकेर। कांकेर जिले की पुलिस ने नकली खाद की तस्करी करने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर बड़ी कार्रवाई की है। यह गिरोह राजस्थान के नावा सिटी में नकली खाद का निर्माण कर उसे छत्तीसगढ़ में बेच रहा था। पखांजुर पुलिस ने इस गिरोह के चार प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें विनोद कुमार जैन, विनय कुमार जैन, उपकार जैन और दौलत सिंह शामिल हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 2 जुलाई को कृषि विभाग द्वारा पखांजूर में ट्रक क्रमांक आरजी 11 जीबी 9189 से बरामद खाद का परीक्षण पश्चात खाद नकली होना पाए जाने पर थाना पखांजूर में अपराध क्रमांक 147/2024 धारा 318(4),3(5),336 (3),338,340(2) बीएनएस, आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 7 दिनाँक 22/07/2024 को पंजीबद्ध किया गया था जिसमें दो आरोपियों अनिमेश घरामी निवासी पीव्ही 23 लखनपुर तथा ट्रांसपोर्टर उस्मान खान निवासी राजस्थान की गिरफ्तारी की गई थी।
कांकेर एएसपी प्रशांत शुक्ला ने बताया कि गिरोह के सदस्य जैन केम फूड नावा सिटी के मालिक हैं, जिन्होंने अपनी फैक्ट्री में नमक को रंगकर उसे नकली पोटाश खाद के रूप में तैयार किया। यह नकली खाद इंडियन पोटास लिमिटेड हाईटैक बायोटैकनोलाजी के प्रिंटेड बारदाना में पैक किया जाता था। इन खादों की मार्केटिंग शिवकृष्ण गुर्जर और ओमप्रकाश भदाना द्वारा की जाती थी, जो जयपुर, राजस्थान के निवासी हैं। वे अपनी पार्टनरशिप फर्म ओपीएस किसान एग्रोकेयर प्रा.लि. के बिल के माध्यम से नकली खाद की बिक्री करते थे। गिरोह के सदस्य इस नकली खाद को ट्रक में लोड कर विभिन्न राज्यों के विक्रेताओं को भेजते थे। ट्रांसपोर्टर दौलत सिंह नावा सिटी का निवासी था, जो इन खाद की तस्करी में शामिल था। कांकेर पुलिस ने नावा सिटी से इन चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें ट्रांजिट रिमाण्ड में पखांजुर लाकर न्यायिक रिमाण्ड के लिए कोर्ट में पेश किया है। इस मामले के अन्य आरोपी, शिवकृष्ण गुर्जर और ओमप्रकाश भदाना, फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
पखांजुर पुलिस ने इस गिरोह के भंडाफोड़ से नकली खाद के व्यवसाय पर बड़ी चोट की है, जो किसानों को धोखाधड़ी से बचाने में महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्रीय सुरक्षा और कृषि उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर विश्वास बहाल होगा।