मनेन्द्रगढ. सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए आम मतदाताओं का विशिष्ट योगदान सतीश,उपाध्याय
मनेन्द्रगढ जिला एमसी बी,भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है ,मतदान प्रक्रिया में सभी मतदाताओं को भाग लेकर , स्वयं को गौरवान्वित महसूस करना चाहिए क्योंकि सशक्त राष्ट्र के निर्माण में आम मतदाताओं का विशेष योगदान होता है। यह एक ऐसा अवसर होता है जब समाज के सभी वर्गों को समान अधिकार प्राप्त होता है। प्रत्येक मतदाताओं को अपना प्रतिनिधि निर्वाचित करने के लिए वोट का अमूल्य अधिकार प्रदान किया गया है इस अधिकार का शत- प्रतिशत प्रयोग करना चाहिए-उत्ताशय का विचार “आध्यात्मिक गौरव सम्मान 2023″ के राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित एवं वरिष्ठ साहित्यकार सतीश उपाध्याय ने व्यक्त किया है। लोकतंत्र के पर्व चुनाव को त्योहार के रूप में मनाये जाने की अपील करते हुए उपाध्याय कहा कि-लोकसभा चुनाव यूं तो पूरे देश में होते हैं लेकिन यदि मतदान प्रतिशत की बात करें तो चुनाव आयोग के तमाम प्रयासों के बावजूद यह आज तक 68 फ़ीसदी के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाया है । लोकतंत्र में चुनाव, हमें अपना जनप्रतिनिधि और सरकार चुनने का अवसर देते हैं, इस अवसर पर समस्त मतदाताओं को अचूक रुप से मतदान करना चाहिए। लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव और मतदान के महत्व पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि- वे निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए अपनी भूमिका सुनिश्चित करें एवं प्राथमिकता के आधार पर वोट डालने जरूर जाएं क्योंकि युवा ही भारत का भविष्य है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक मत महत्वपूर्ण होता है व्यस्तताओं के बीच में भी अपने परिवार के साथ अवश्य मतदान करें ।उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अनुरोध किया है कि वे लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन सबसे पहले मतदान करें,, एवं अपने संवैधानिक अधिकार का अवश्य प्रयोग करें। उन्होंने मतदाताओं से जागरूकता का परिचय देने की अपील करते हुए कहा कि- इस बार मतदान का प्रतिशत रिकॉर्ड स्तर पर हो इसके लिए सभी संकल्प लें कि वे अपने स्वजन पड़ोसी से लेकर सभी आत्मीय जनों को मतदान करने के लिए अवश्य प्रेरित करेंगे । यह अवसर पांच साल में एक बार आता है इसलिए नई सरकार चुनने को लेकर मतदाताओं में उत्साह होना चाहिए। मतदान दिवस पर सबसे पहले मतदान करें उसके बाद अन्य काम करें। शत- प्रतिशत मतदान को लेकर निर्वाचन आयोग की गंभीरता की चर्चा करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार सतीश उपाध्याय ने सभी सामाजिक संगठनों, जागरूक नागरिकों, एवं नए वोटरों से पुरजोर अपील की है कि वे अपने-अपने स्तर पर सभी को मतदान के लिए प्रोत्साहित कर लोकतंत्र में अपनी संवैधानिक दायित्व को निभाने के लिए आगे आए,लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि- राज्य गठन के बाद प्रदेश में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है एवं जागरूकता के साथ संवेदनशील बूथों में भी मतदाताओं में उत्साह देखा गया है। आने वाले 5 वर्षों के साथ ही अगले 5 वर्षों के लिए देश के विकास की क्या गति होगी विकास के कार्य को किस प्रकार आगे बढ़ाया जाएगा यह सारी नीतियां मतदाताओं के मतदान पर ही निर्भर है। एक-एक वोट से देश की दशा एवं दिशा तय होती है इसीलिए इस मतदान को गंभीरता के साथ हमें इस दिशा में अपनी सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदाता से बड़ा कोई नहीं होता संविधान में हम सबको एक महत्वपूर्ण अधिकार मिला हुआ है वह है मताधिकार का प्रयोग। पतंजलि योग समिति के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने मतदाताओं के लिए निशुल्क योग प्रशिक्षण की घोषणा भी की है। मतदाताओं की उदासीनता पर श्री उपाध्याय ने कहा कि यह लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए अच्छी बात नहीं है शिक्षित मतदाता अपने मत अधिकार के उपयोग से यदि व़चित होते हैं तो यह लोकतंत्र के हित में नहीं है। श्री उपाध्याय ने एक-एक वोट के महत्व पर चर्चा करते हुए सभी मतदाताओं से यह अपील की है कि वह अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की मजबूती में अपनी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करें। मतदान से जुड़ा नारा-” लोकतंत्र की यही पहचान, बढ़-चढ़कर करें सभी मतदान -“बुलंद करते हुए उन्होंने लोकतंत्र के स्थायित्व एवं सुदृढ़ता के लिए सभी मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने आम मतदाताओं से कहा कि यदि आम मतदाता देश के भविष्य के लिए जागरुक है तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले। चुनाव आयोग की शत प्रतिशत अपील पर विचार व्यक्त करते हुए उपाध्याय ने कहा चुनाव आयोग के प्रयासों के साथ ही आमजन को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। उन्होंने कहा की संविधान के अनुसार मतदाताओं का यह मौलिक अधिकार है देश के जनतांत्रिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए मतदान करना हम सभी मतदाताओं की प्रतिबद्धता भी है