मृतक राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की बेवा ने ज्ञापन सौंपकर दी अबोध बच्चों के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी
अंबिकापुर। सीतापुर थाना क्षेत्र के राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की जघन्य हत्या का मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। इधर सोमवार को मृतक की पत्नी सलीमा लकड़ा ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंप दो अबोध बच्चों के साथ सीतापुर थाना के सामने गांधी जयंती दो अक्टूबर के दिन आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। प्रकरण में अभी तक न्याय नहीं मिलने का दावा कर बेवा के ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के साथ मृतक के स्वजन व कांग्रेसजन भी उपस्थित थे। घटना के बाद से आठ सूत्रीय मांगों को लेकर सीतापुर में धरना चल रहा है। सोमवार को मृतक की पत्नी के द्वारा ज्ञापन सौंपने की जानकारी प्रशासन को दी गई थी। सोमवार दोपहर धरना स्थल से एसडीएम कार्यालय तक रैली की शक्ल में लोग पहुंचे। यहां मृतक की पत्नी ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमें आत्मदाह का उल्लेख है।
राजमिस्त्री संदीप की बेवा सलीमा लकड़ा ने ज्ञापन में लिखा है – मुझ गरीब आदिवासी को न्याय पाने के लिए लम्बा संघर्ष करना पड़ रहा है। फिर भी न्याय नहीं मिला। सबके हांथ बंधे हैं। हम गरीब आदिवासी परिवार से हैं। मुश्किल से छत्तीसगढ़ शासन के एक रूपये किलो चावल व मजदूरी से घर चलता है। हत्या के तीन माह तक हत्यारे सीतापुर पुलिस से सांठगांठ कर स्वतंत्र घुमते रहे। तीन माह में सीतापुर पुलिस के साथ मिलकर हत्या के सबूत मिटा दिए। भविष्य में भी न्याय की उम्मीद नहीं है। फिर मेरे और मेरे अबोध बच्चों पर मेरे पति की तरह जुल्म ढायेंगे। भय दिखाकर बयान बदलवायेंगे। मैं अकेली महिला, मेरे दो अबोध बच्चों के साथ कौन खड़ा होगा। हमारे आठ सूत्रीय मांग में से एक मांग पर भी विचार नही किया गया। अब मैं थक चुकी हूं।अब मुझे भरोसा नही रहा। अब मै बहुत निराश होकर दो अक्टूबर को थाना सीतापुर के सामने अबोध पुत्र आयान (पांच साल) व आरूष (तीन साल) के साथ बिना किसी के दबाव में आकर अपने जीवन को आत्मदाह कर समाप्त कर लूंगी।
बता दें कि सीतापुर के उलकिया निवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा का सात जून को अपहरण किया गया था। उसकी हत्या कर शव को दफनाकर उसके ऊपर पानी टँकी का निर्माण कर दिया गया था। छह सितंबर को पानी टँकी को गिराकर उसका क्षत -विक्षत शव बरामद किया गया था। हत्या व साक्ष्य छिपाने के आरोप पर छह आरोपी अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं। मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय व उसका वाहन चालक फरार है। मृतक की पत्नी को नौकरी, परिवार को दो करोड़ मुआवजा , मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर स्वजनो ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। अभी भी मृतक का शव मेडिकल कालेज अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है।
सीतापुर एसडीएम रवि राही ने इस मामले में बताया की मृतक संदीप लकड़ा की पत्नी ने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है। इन मांगों पर सकारात्मक पहल हुई है और निर्णय भी ले लिया गया है। अब उनके ऊपर है कि वे इसे किस तरह से लेते हैं। इसके लिए लगातार प्रयास चल रहा है। समाज के लोगों से बात हो रही है। पीड़ित परिवार से भी संपर्क किया जा रहा है।