एसएसपी संतोष सिंह बोले गैंगस्टर अमन साहू का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से नहीं है कोई कनेक्शन
रायपुर। गैंगस्टर अमन साहू को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है, अब यह साफ हो गया है कि, उसका लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई कनेक्शन नहीं है। सोमवार को मिडिया से बातचीत करते हुए रायपुर पुलिस ने इसका खंडन किया है।
एसएसपी संतोष सिंह ने कहा कि, अमन साहू और लॉरेंस विश्नोई गैंग में कोई सीधा कनेक्शन नहीं मिला है। लेकिन कुछ शूटर्स है, जो दोनो गैंग के लिए काम करते हैं। आरोपियों का मोडस ऑपरेंडी पता करने की कोशिश की जा रही है। गैंगस्टर अमन साहू के अलावा लगभग 18 और आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है।
झारखंड जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को बीते सोमवार की रात कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया रायपुर लाया गया था। जिसमें छत्तीसगढ़ और झारखंड की 30 से अधिक सशस्त्र पुलिस बल की टीम मौजूद थी।
अमन साहू को रायपुर पहुंचने के बाद सीधे क्राइम ब्रांच के ऑफिस में रखा गया, जहां सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए थे। अमन साहू पर तेलीबांधा में कारोबारी के ऑफिस के बाहर शूटआउट करवाने का आरोप है. गैंग की महिला सदस्य समेत 12 सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
उल्लेखनीय है कि राजधानी रायपुर में दहशत का माहौल बनाने वाले शूटर्स गिरफ्तार कर लिए गए थे। इन शूटर्स ने 13 जुलाई को तेलीबांधा क्षेत्र में कारोबारी के ऑफिस के सामने दिन दहाड़े फायरिंग कर दहशत माहौल बनाया था। रायपुर पुलिस ने बताया था कितेलीबांधा इलाके में हुए गोलीकांड के 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से तीन आरोपियों को हरियाणा से पकड़ा गया है वहीं तीन आरोपियों को पहले ही गिरफतार किया जा चुका था। पुलिस ने बताया था कि झारखंड के अमनदीप वाल्मीकि गिरोह ने फायरिंग की इस घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस के मुताबिक ये सभी आरोपी अमन साहू गैंग के अंदर काम करते थे। पुलिस ने बताया था कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 10 से 12 टीम दूसरे राज्यों में भेजी गई थीं। 2 को झारखंड से और सिरसा से 4 लोगो को गिफ्तार किया गया है। हालांकि अभी मुख्य शूटर पुलिस की पकड़ से बाहर है। लेकिन पुलिस का कहना है कि वह मुख्य शूटर के काफी करीब पहुंच गई है, और उसकी किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है।