संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स भिलाई में किया गया आविष्कार 2026 का भव्य शुभारम्भ

भिलाई। मध्य भारत की प्रतिष्ठित संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स भिलाई में पिछले एक दशक की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आविष्कार 2026 का गरिमामय शुभारम्भ किया गया। संस्था के चेयरमैन संजय रूंगटा तथा युवा डायरेक्टर डॉ साकेत रूंगटा के कुशल मार्गदर्शन तथा दूरगामी सोच के तहत छात्रों में शोध अभिरुचि विकसित करने के दृष्टिकोण से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ 19 सितंबर को प्रशांत माथुर सीईओ आई आई टी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के मुख्य आतिथ्य तथा विष्णु वैभव द्विवेदी चीफ टेक्नोलॉजी अफसर आई आई टी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के विशेष आतिथ्य एवं डॉ श्रीकांत बुर्जे डायरेक्टर एकेडेमिक्स संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

आविष्कार 2026 के चीफ कोऑर्डिनेटर डॉ ज्ञानेश श्रीवास्तव प्राचार्य तथा डॉ लुम्बिनी विभागाध्यक्ष ने बताया की यह प्रतियोगिता भिन्न भिन्न संकायों के लगभग 6000 छात्रों हेतु आयोजित की जानी है , जिसमे मुख्य रूप से हेल्थ केयर सलूशन , एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी , आंत्रप्रेन्योरशिप बेस्ड मॉडल इत्यादि थीम पर रिसर्च बेस्ड प्रोजेक्ट बनाये एवं प्रदर्शित किये जायेंगे। कार्यक्रम में डॉ ज्ञानेश श्रीवास्तव ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित प्रतियोगियो को प्रतियोगिता की रुपरेखा, नियम, महत्वपूर्ण तिथियों, तथा पुरस्कार इत्यादि की विस्तृत जानकारी दी। प्रशांत माथुर ने शोध के विभिन्न आयामों तथा विस्तृत सम्भावनाओ पर अपना सारगर्भित उद्बोधन दिया तथा विष्णु वैभव द्विवेदी ने शोध की अलग अलग क्षेत्रों में महत्ता पर प्रकाश डाला। 2025 से प्रारम्भ इस प्रतियोगिता का फाइनल फरवरी 2026 में संपन्न होगा। इस दौरान प्रतियोगियों को उनके प्रोजेक्ट पर आधारित रिसर्च पेपर पब्लिकेशन, पेटेंट ग्रांट इत्यादि शोध गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित किया जावेगा। उक्त अवसर पर रूंगटा कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंसेज एंड रिसर्च तथा आई आई टी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के मध्य एम् ओ यु भी साइन किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ लुम्बिनी ने आभार प्रदर्शन किया।



