बहुचर्चित बिल्डर और फिल्म अभिनेता मनोज राजपूत के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

भिलाई। छत्तीसगढ़ के चर्चित बिल्डर और छॉलीवुड अभिनेता मनोज राजपूत एक बार फिर कानूनी विवादों में घिर गए हैं। सुपेला थाना पुलिस ने उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने आपराधिक मामलों को छुपाकर पासपोर्ट बनवाने के लिए झूठा शपथ पत्र जमा किया और फर्जी तरीके से पुलिस से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त किया।
सुपेला पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर (क्र. 806/2025) के अनुसार, मनोज राजपूत ने जानबूझकर अपने पुराने आपराधिक मामलों को छिपाया और मोतीलाल नेहरू नगर, वार्ड क्रमांक 3 का फर्जी पता दिखाकर एनओसी बनवाई। जबकि उनका वास्तविक निवास स्थान दुर्ग के मोहन नगर क्षेत्र में है। पुलिस के अनुसार, एनओसी लेने के दौरान उन्होंने अपने विरुद्ध दर्ज बलात्कार, पॉक्सो, धोखाधड़ी, मारपीट जैसे गंभीर मामलों की जानकारी नहीं दी।
पासपोर्ट रद्द, थाना प्रभारी को नोटिस
पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी पासपोर्ट कार्यालय को भेज दी, जिसके बाद मनोज राजपूत का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने मोहन नगर थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है कि आरोपी का नाम अभी तक अपराधियों की सूची में क्यों नहीं जोड़ा गया।
पहले भी रह चुके हैं विवादों में
गौरतलब है कि मनोज राजपूत पर इससे पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। फरवरी 2024 में उन पर 12 साल तक एक नाबालिग रिश्तेदार के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा था। उस प्रकरण में भी बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तारी हुई थी। गिरफ्तारी के दौरान मनोज राजपूत की मीडिया के सामने की गई हरकतें—जैसे कैमरे की ओर फ्लाइंग किस देना—विवाद का कारण बनी थीं।
सुपेला थाना पुलिस द्वारा दर्ज यह नया मामला अभिनेता की बढ़ती कानूनी मुश्किलों में और इजाफा करता है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि फर्जी एनओसी और पासपोर्ट जारी करने में किन-किन अधिकारियों की भूमिका रही। संभावना जताई जा रही है कि इस प्रकरण में और भी नाम सामने आ सकते हैं।