रुंगटा पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव एवं प्रदर्शनी सफलतापूर्वक संपन्न

भिलाई। रुंगटा पब्लिक स्कूल, भिलाई में 22 नवंबर को वार्षिक उत्सव एवं भव्य प्रदर्शनी का आयोजन उत्साह और गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ। इस वर्ष का मुख्य विषय “अंतर आलोक – अंतर्निहित नायक का जागरण” रहा, जिसका उद्देश्य बच्चों में छिपी प्रतिभा, आत्मविश्वास और मानवीय मूल्यों को उजागर करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय डॉ. सरोज पांडे (पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा) तथा विशिष्ट अतिथि रिकेश सेन (विधायक, वैशाली नगर) सहित संस्था के अध्यक्ष चेयरमैन संजय रुंगटा, डायरेक्टर श्रीमती रजनी रुंगटा, डायरेक्टर डॉ. साकेत रुंगटा, डायरेक्टर श्रीमती हर्षा रूंगटा, बोर्ड मेंबर चतुर्भुज राठी , डॉ राजकुमार अग्रवाल के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

विद्यालय की उपप्रधानाचार्या श्रीमती दीप्ति सिंह ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया, तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव कुमार द्वारा प्रस्तुत वार्षिक प्रतिवेदन ने विद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों, नवाचारों, प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक सृजनशीलता को सारगर्भित रूप में प्रस्तुत किया।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आरंभ कक्षा VI के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत “देवा श्री गणेशा” स्वागत नृत्य -हुआ, जिसने मंच और दर्शकों दोनों को उत्साह और श्रद्धा से ओत प्रोत कर दिया। इसके उपरांत मेधावी विद्यार्थियों का सर्टिफिकेट और ट्रॉफी देकर सम्मान किया गया।
नर्सरी से लेकर कक्षा-8 तक के विद्यार्थियों ने विषय आधारित मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें साहस, आत्मविश्वास, देशभक्ति, प्रकृति संरक्षण, नेतृत्व, मानवता और नायकत्व जैसे जीवन मूल्यों को नृत्य, नाटक और गायन के माध्यम से सशक्त रूप से प्रदर्शित किया गया। विशेष आकर्षण रहा हिंदी नाटक “आत्मचेतना”, शिव तांडव के साथ मां काली का चित्रण नृत्य के रूप में तथा साथ ही समूह गीत “खुद अपने हीरो बनो”, जिसने सभी में प्रेरणा और सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित प्रदर्शनी का विषय था “सांस्कृतिक सौंदर्य – दर्पणः दुनिया की सांस्कृतिक यात्रा”, जिसमें विद्यार्थियों ने विश्व संस्कृति, वास्तुकला, त्योहार, परंपराएँ और वैश्विक विविधता पर रचनात्मक मॉडल्स और प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। अभिभावकों एवं अतिथियों ने बच्चों की प्रतिभा, मेहनत और प्रस्तुति की सराहना की।

अंत में चेयरमैन संजय रुंगटा तथा अतिथियों ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य के माध्यम से बच्चों को ज्ञान के साथ संस्कार और आत्मविश्वास अपनाने का संदेश दिया। कार्यक्रम का समापन स्मृति चिन्ह वितरण, धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ।
यह उत्सव न केवल प्रतिभा प्रदर्शन का मंच बना, बल्कि बच्चों के भीतर छिपे अंतर्निहित नायक को पहचानने की प्रेरणादायक पहल भी साबित हुआ।



