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राष्ट्रीय अंगदान दिवस पर 15 प्रेरणादायी लोगों का किया गया सम्मान

“मृत्यु से मत डरो, उसे अवसर बनाओ किसी को जीवन देने का”

भिलाई। सर्वधर्म सेवा संस्था, भिलाई द्वारा संरक्षक वीरेंद्र सतपथी व श्रीमती शहाना कुरैशी के मार्गदर्शन और अध्यक्ष प्रतीक भोई के अगुवाई में दिनांक 3 अगस्त 2025 को राष्ट्रीय अंगदान दिवस के उपलक्ष्य में एक भावपूर्ण व प्रेरणास्पद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्यतिथि श्रीमती शमशाद बेगम ( पदमश्री) , विशेष अतिथि डॉक्टर उदय ( CMO सेक्टर 9 हॉस्पिटल), श्रीमती अनिता सावंत डायरेक्टर ( राज्य प्रदूषण विभाग), परविंदर सिंह ग्रेवाल ( OA महासचिव), श्रीमती शहाना कुरैशी ( वरिष्ठ अधिवक्ता व महिला कौनसलर), वीरेंद्र सतपथी(संस्था के संरक्षक) आदि थे। मंच संचालन बिलाइगढ़ के कवि व संस्था के सदस्य श्री शशिभूषण स्नेही ने किया।


इस अवसर पर 15 ऐसे प्रेरणास्त्रोत व्यक्तियों का सम्मान किया गया, जिन्होंने अंगदान या देहदान का संकल्प लिया है या समाज में इस पुनीत कार्य के लिए सतत जागरूकता फैला रहे हैं। इनमें श्रीमती अरुणा शर्मा, श्रीमती ऋतू शुक्ला, प्रवेश शुक्ला, कुमारी वंदना साहू, रघुवंश सैनी, रामकुमार लदेर, श्रीमती उर्मिला दुवेदी, श्रीमती सरिता अग्रवाल, सुहास पराते, श्रीमती चंद्रावती देवी, ठाकुर ऋषिकेश सिंह, पुरुषोत्तम लाल स्वर्णकार, सत्यम भवानी, आनंद चक्रवरती, दीपक रुद्रा आदि थे।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्यजनों, समाजसेवियों और युवाओं ने अंगदान के विषय में गंभीरता से चर्चा की और यह स्वीकार किया कि मरणोपरांत जीवनदान वास्तव में मानवता की सबसे ऊँची सेवा है।

(महान आत्माओं को श्रद्धांजलि)

इस अवसर पर संस्था ने उन दिवंगत महान आत्माओं को भी श्रद्धा से स्मरण कर नमन किया, जिन्होंने मरणोपरांत अपने अंग दान करके किसी के जीवन को फिर से रोशन किया। उनका त्याग समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

(भारत में अंगदान की वर्तमान स्थिति और आवश्यकता)

भारत में प्रति वर्ष लाखों लोग अंगों की अनुपलब्धता के कारण असमय मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। वर्तमान में भारत की अंगदान दर केवल 0.65 प्रति मिलियन जनसंख्या (pmp) है, जबकि स्पेन जैसे देशों में यह दर 40+ pmp से अधिक है। यदि भारत में अंगदान दर सिर्फ 1 pmp भी हो जाए, तो हजारों ज़िंदगियाँ प्रतिवर्ष बचाई जा सकती हैं।
👉 लक्ष्य होना चाहिए कि भारत में यह दर कम से कम 5 से 10 pmp तक पहुँचे।(संस्था की ओर से मुख्यमंत्री से भेंट का प्रस्ताव)

सर्वधर्म सेवा संस्था, भिलाई शीघ्र ही छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री से भेंट कर यह मांग करेगी कि: 🔶 जो लोग अंगदान या देहदान करते हैं, उन्हें मरणोपरांत “राजकीय सम्मान” प्रदान किया जाए। 🔶 इससे न केवल उनकी सेवा का सम्मान होगा, बल्कि समाज में इस पुण्य कार्य के प्रति जागरूकता और प्रेरणा भी बढ़ेगी। यह प्रथा तमिलनाडु, कर्नाटक, ओड़िसा व मध्यप्रदेश में शुरु की जा चुकी है।

(संस्था की भूमिका और उपलब्धियाँ)

सर्वधर्म सेवा संस्था, भिलाई विगत 20 वर्षों से समाज सेवा के विविध क्षेत्रों में कार्यरत है। अंगदान, देहदान व रक्तदान के प्रति जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, मृत्युभोज जैसे आडंबरों का विरोध, अन्न की बर्बादी रोकना, प्लास्टिक मुक्त समाज हेतु अभियान

अब तक संस्था द्वारा:
✅ 288+ अंगदान/देहदान संकल्प पंजीकृत✅ 100+ रक्तदान शिविर
✅ 1,00,00+ पौधे व बीज रोपण
✅ 100+ विभिन्न समाज प्रमुखों, सामाजिक सम्मेलनो व बैठकों में मृत्युभोज आडंबर रोकने हेतु निवेदन किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रतीक भोई, राकेश रत्नाकर, सुरेश खांडवे, घनश्याम पांडे, भेखराम साहू, रघुवंश सैनी, गायत्री गोस्वामी, विष्णु यादव, जया सरनाइक, आशीष गौराहा, मनमोहन सिंह, मुरली कृष्ण, तेजराम साहू, हारतिमा देवी, धीरज पाटिल, नीतेश मिश्रा, योगिता, पाटिल, सुधा शर्मा, मनीष साहू, आर के शर्मा, सविता श्रीवास्तव, संगीता यादव , वेणु गोपाल देवांगन, अलका तारे, तारा शर्मा, निधि चंद्राकर, दीना सोनी सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।

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