सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।
जिलाएमसीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष शरण सिंह ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।सौंपे गए ज्ञापन में उन्होंने उल्लेख किया है कि नवगठित जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर एक आदिवासी बाहुल्य जिला है, जहां अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण आदिवासी कृषकों और मजदूरों की है ।आज भी कई गांव पहुंचविहीन हैं और बुनियादी आवश्यकताओं से वंचित है।चूंकि नए जिले के गठन का उद्देश्य ही प्रशासनिक विकेंद्रीकरण है अतः जनहित में सर्व आदिवासी समाज शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट
कराते हुए कहना चाहता है मनेन्द्रगढ़-जिला एम,सी,बी का सुदूरवर्ती क्षेत्र जनकपुर और कोटाडोल है। वहां से इलाज हेतु आम लोगों, ग्रामीणों को जिला अस्पताल बैकुंठपुर तक लगभग 175 किमी की दूरी तय करनी होती है। नवगठित जिले में जिला अस्पताल चिरमिरी में बनाया जाना प्रस्तावित है। ऐसा किया जाना सुदूरवर्ती क्षेत्रो के आदिवासियों और ग्रामीणों के हितों के विपरीत होगा। चूंकि इन क्षेत्रों से मनेन्द्रगढ़ के लिए सीधे पहुंचना आसान है अतः जिला अस्पताल को जनहित एवं
जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए मनेन्द्रगढ़ में स्थापित किया जाए ।
आदिवासी बाहुल्य जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केंद्रों का आभाव है।अतः केल्हारी में एक नवोदय विद्यालय की स्थापना की जाए ।नवगठित जिले में अधिकांश जनसंख्या आदिवासी ग्रामीण कृषकों की है जो सिर्फ एक फसल पर आश्रित हैं । अतः एक कृषि महाविद्यालय जनकपुर में स्थापित किया जाए, जिससे नवीन कृषि तकनीकी से क्षेत्र लाभान्वित हो ताकि उनके जीवनस्तर में सुधार हो सके।शरण सिंह ने जनहित एवं आदिवासी हितों में उपरोक्त मांगों पर शीघ्रता पूर्वक मूर्तरूप दिए जाने की अपेक्षा व्यक्त की है।