स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर उड़ीसा की बबिता का इलाज जारी

मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर। मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार अपने जन्मदिन के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल पहुंचे थे. स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल का मुआयना ही कर रहे थे एक महिला मरीज ने उनसे रोते हुए शिकायत कर डाली. महिला मरीज का आरोप था कि उसके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है इस वजह से उसका इलाज यहां नहीं किया जा रहा है. उसे बाहर जाने को कह दिया गया है. महिला मरीज का ये भी आरोप है कि वो सदमे से वहीं पर बेहोश होकर गिर गई. इसके बावजूद भी उसकी मदद अस्पताल के किसी कर्मचारी ने नहीं की. महिला के साथ उसका मासूम बेटा भी साथ था.
पिछले तीन दिनों से अस्पताल के बाहर रहकर सड़क किनारे रात बिताने वाली बबिता अंजली कौर को मनेन्द्रगढ़ विधायक व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का सहारा मिल गया है. मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर मनेन्द्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया. जहां उसका इलाज भी सुरु हो गया है. बबिता अंजली कौर उसके बेटे की सम्पूर्ण इलाज का भरोसा दिया गया है।
आपको बता दें कि बबिता उड़ीसा राज्य के राउरकेला जिले की रहने वाली बबिता मौत के कुआं में बाइक चलाती थी, उसका पति भी मौत के कुएं में बाइक चलाता था. दोनों खुशी खुशी अपना जीवन यापन करते थे. मगर एक दुर्घटना ने सारी खुशी छीन ली. महिला के पति का एक शो के दौरान दुर्घटना हो गया और उस दुर्घटना में मौत हो गयी. पति की यादें संजोए महिला मौत के कुएं में बाइक चलाती रही और बच्चों का लालन पालन करती रही. कोंडागांव में एक शो के दौरान बबिता का भी दुर्घटना हो गया. दुर्घटना के कारण बबिता पंद्रह दिनों तक कोमा में रही और फिर सारा अरमान चूर-चूर हो गया। इलाज से बबिता की जिंदगी तो बच गयी मगर शरीर मे अंदुरुनी चोट से शारीरिक रूप से कमजोर हो गई. बबिता के पास जमा पैसा कुछ इलाज में खर्च हो गए और बचा हुआ पैसा उसका मामा लेकर भाग गया. और माँ-बेटा दर-दर भटकने को मजबूर हो गए हैं. इसी बीच 11 वर्ष के बेटे की भी तबियत खराब हो गई. जांच में पता चला कि बेटे के किडनी में परेशानी है। अपने मामा के खोज में अम्बिकापुर पहुंची तो पता चला कि चिरमिरी भाग कर आ गया है, मामा के खोज में जब चिरमिरी आई फिर भी बबिता का मामा नहीं मिला और भटकते हुए मनेन्द्रगढ़ आ पहुंची. यहां महिला को लूज मोशन होने लगा. इलाज के लिए मनेन्द्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती हुई. यहां डॉक्टर के इलाज के बाद महिला ठीक हो गई. और डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दिया मगर महिला जाए तो कहां जाए. इसीलिये अस्पताल के बाहर अपने बेटे के साथ रहती थी।
