शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा बटोगे तो कटोगे का नारा गलत है…
रायपुर। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को राजधानी रायपुर पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर ढोल, नगाड़ों के साथ भक्तों ने उनका भव्य स्वागत किया। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर उन्होंने कहा कि, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, हम हिंदुओ को इसकी चिंता है, अगर वहां से लोग आ रहे है तो उन्हें भारत में शरण दी जाये। भारत हिंदुओ की मातृ भूमि है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे कहा कि, पिछले दिन ये घटना हुई कि, हिन्दुओं को BSF के जवानों ने भगा दिया था। इसको लेकर हमने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखा था कि, उन्हें आने दिया जाये। आज वो विषय बढ़ता चला जा रहा है। हम इतनी बड़ी संख्या में होने के बावजूद कुछ नहीं कर पा रहे है।
हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि, कोई भी पद यात्रा करे, हम उसका स्वागत करते हैं। लेकिन वो कहते है जात पात की करो विदाई ये ठीक नहीं है। वर्ण और आश्रम से हमारी पहचान है, तो कैसे हिन्दू राष्ट्र बन सकता है। ऐसा हिन्दू राष्ट्र जिसमे वर्ण आश्रम नहीं होगा वो खतरनाक होगा। धर्मांतरण पर बस्तर में धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा पर तंज कसते हुए, इस यात्रा से धर्मांतरण को बढ़ावा मिलेगा। हम कह रहे हैं कि ना करे यात्रा।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संबल दौरे पर कहा कि, किस लिए जा रहे हैं, वो पूछना पड़ेगा, केवल राजनीती चमकना है। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री चुने जाने पर कहा कि, महाराष्ट्र में सिंदे सरकार थी तो उन्होंने हमारी गौ माता को राज्य माता का दर्जा मांग को पूरा किया। इतनी बड़ी जीत उनकी हुई तो यह गौ माता का ही आशीर्वाद है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हिचक रहे है, आगे चुनाव इनका भी है कुछ भी हो सकता है।
बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर प्रदर्शन में भाजपा के समर्थन पर कहा कि, जब हम सत्ता में ही है तो प्रदर्शन की क्या जरुरत है? राजनितिक लाभ लेना चाह रहे है। इनको कहना था एक भी हिन्दू को अपने छुआ तो कई उदाहरण हमने अभी आपको बताये। बांग्लादेश हमारे वजह से बना है और अगर कुछ नहीं हुआ तो यहां भी बहुत बांग्लादेशी है। हम भी एक- एक को बाहर निकलेंगे।
बटोगे तो कटोगे’ के बयान पर उन्होंने कहा कि, इतने साल से चुनाव हो रहे है ये नारा 2024 में क्यों दिया जा रहा है? क्या इससे पहले हम सेफ नहीं थे? किसने हमको काटा अभी तक? ये कहना चाहते है हमको वोट नहीं दिया, कही और दिया तो काट दिया जाएंगे। आप धमका क्यों रहे हो, कोई कुछ नई बोल रहा है. ये नारा गलत है।