अपराध (जुर्म)छत्तीसगढ़भिलाई

चौहान टाउन में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर में पुलिस ने छापा मारकर गिरोह के सरगना एवं 2 युवतियों सहित 9 लोगों को किया गिरफ्तार

भिलाई। सुपेला थाना के स्मृतिनगर पुलिस चौकी क्षेत्र में एक अंतर्राज्यीय गिरोह द्वारा फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। पुलिस ने इस कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया और छापेमारी कर 2 महिला सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस को सूचना मिली थी कि स्मृतिनगर पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थित चौहान टाउन में कुछ पुरुष एवं महिला मिलकर कॉल सेंटर के नाम पर ऑनलाईन इंटरनेट, लैपटाप एवं अन्य इलेक्ट्रानिक साधनों का उपयोग कर सायबर अपराध से धोखाधडी कर रहे हैं, सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर सत्यप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में थाना सुपेला एवं चौकी स्मृति नगर की टीम गठित कर सूचना की तस्दीकी एवं कार्यवाही, हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा चौहान टाउन के बी/2 में दाबिश दी गई, इस दौरान उपरोक्त मकान में दबिश देकर 6 पुरुष एवं 2 महिलाये एवं होटल बेल में रूके मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा को हिरासत में लिया गया।

पुलिस ने सूझ-बूझ एवं तकनीकी माध्यम से पूछताछ करने पर आरोपीगणों संतोष थापा, पियाली देव, रिया राय, विशाल कर, विवेक देव, मुकेश चंद्रनाथ, अमित कुमार सिंह, अनिस आर्यन और अर्जुन शर्मा द्वारा बताया गया कि हर्ष अवस्थी एवं सम्यक के साथ मिलकर फर्जी ई-सिम से इन्टरनेशनल मोबाईल नंबर के माध्यम से फर्जी कूटरचित पेज अधिकांशतः यूएसए के नागरिको के कम्प्यूटर मोबाईल में बग (वायरस) भेजकर एवं स्वतः आये हुये बग (वायरस) को हटाने के लिए उपरोक्त पेज का इस्तेमाल किया जाता था और अपना इन्टरनेशल नंबर प्रदर्शित कर आये हुए कॉल को उपरोक्त आरोपीगणों के लैपटाप में ट्रांसफर कर लोगो को बग (वायरस) हटाने के लिए छलपूर्वक प्रेरित कर यू.एस. डॉलर 80 से 200 डॉलर ऐंठते थे। ई-वालेट के जरिये क्रिप्टो करेसी के माध्यम से रकम आते ही सामने वाले व्यक्ति का एंटी वायरस के माध्यम से सिस्टम क्लियर कर दिया जाता था, एवं सिस्टम में भेजी गयी जानकारी हट जाती थी। इसके बाद उक्त ठगी के शिकार व्यक्ति के मोबाईल नंबर को ब्लाक कर दिया जाता था।

इस गिरोह के मुख्य आरोपी अर्जुन शर्मा द्वारा ठगी के शिकार व्यक्ति को डॉलर में पेमेट हेतु इनके द्वारा उपल्बध कराये गये ई-वालेट में क्रिप्टो करेसी के माध्यम से पेमेट कराया जाता था। जिसके लिए टेलीग्राम एप्प का उपयोग किया जाता था। एवं ठगी से प्राप्त रकम का 15 से 20 प्रतिशत हिस्सा कमीशन के रूप में रखकर हवाला के माध्यम से अर्जुन शर्मा को रकम उपल्बध कराया जाता था। जिसमें से अर्जुन शर्मा द्वारा कस्टमर केयर में काम करने वाले आरोपीगणों को 25 हजार रू. से 30 हजार रू. सैलरी के रूप में रकम प्रदाय किया जाता था। सबसे अहम बात यह है कि इस पूरे गिरोह के लोग दूसरे राज्यों के हैं और छत्तीसगढ़ में रहकर ठगी का कारोबार चला रहे थे।

पुलिस ने आरोपीगणों के कब्जे से 12 नग विभिन्न कम्पनीयों के लैपटॉप, 14 विभिन्न
कम्पनीयों के मोबाईल, 3 नग विभिन्न कम्पनीयों के इन्टरनेट वाई-फाई राउटर, 7 लैपटॉप चार्जर, 7 नग हैड फोन, 4 मोबाईल एडाप्टर, 10 मोबाईल चार्जर वायर, आरोपीगणों के 4 नग आधार कार्ड, 4 नग वोटर आईडी कार्ड, 3 नग ड्राविंग लायसेंस कार्ड, 4 नग पेन कार्ड, 1 आर.सी. कार्ड, 1 हुक्का मय चिलम एवं पाईप, एक होण्डा एक्टीवा नं. एक्टीवा सीजी 07 बी.आर. 5307 किमती 3.38 लाख रूपये एवं नगदी रकम 2.55 लाख रूपये जुमला किमती लगभग 13 लाख रूपये को समक्ष गवाहन के जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया है अपराध क्रमाक 783/2025 धारा 319(2), 318(4), 336(3), 61(2) बीएनएस 66 (डी) आईटी एक्ट 42(2) टी.सी. एक्ट, 2023 कायम कर विवेचना में लिया है।

Shahin Khan

Editor, acn24x7.com

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