रायपुर। रायपुर के सिविल लाइन थाने में 26 जुलाई को महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ विधानसभा घेराव के दौरान गाली-गलौज मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा पहुचाएं जाने का मामला दर्ज हुआ है. एफआईआर दर्ज होने के बाद सोमवार को महापौर एजाज ढेबर ने एसएसपी संतोष सिंह को ज्ञापन सौंपा. महापौर ने कहा कि मैं बहुत आहत हूं. अगर आप कुछ नहीं करोगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. आपके नाम चिट्ठी लिखकर जाऊंगा.
महापौर के इस तरह बोले जाने के बाद एसएसपी संतोष सिंह ने जवाब में कहा कि कानून अपने हिसाब से काम करेगा. आपको क्या करना है यह आप डिसाइड करेंगे. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान लगभग 25 हजार की भीड़ मौजूद थी. अगर FIR करना है तो सभी पर हो.ये FIR राजनीति से प्रेरित है. जब धरना प्रदर्शन या आंदोलन होता है तो धक्का मुक्की होती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि टारगेट कर एफआईआर की जाए. हमने एसएसपी से मांग की है कि एफआईआर को शून्य किया जाए या फिर पूरे 25 हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए.
महापौर का कहना था कि जो पुलिस वाले मुझे मारे हैं मुझे धक्का दिए हैं या मेरी पसली तोड़े हैं क्या उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी या फिर शहर के एसपी अपराध दर्ज करेंगे. जो मामला मेरे खिलाफ दर्ज किया गया है क्या यही मामला पुलिस के खिलाफ दर्ज होगा. मेरी पसली में चोट लगने की वजह से एंबुलेंस बुलाकर मुझे स्ट्रेचर में अस्पताल ले जाया गया. लगभग डेढ़ दिनों तक मैं हॉस्पिटल में भर्ती था. चोटिल तो मैं हुआ हूं और मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज किया गया है.