ट्रक में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने वाला गिरफ्तार
फाइनेंस कम्पनी द्वारा वाहन खींचे जाने से बचने के लिए लगाया था फर्जी नंबर प्लेट
अंबिकापुर। किश्त की अदायगी नहीं करने पर फाइनेंस कंपनी द्वारा वाहन जब्त करने की आशंका से वाहन मालिक ने आसान तरीका अपनाया। उसने ट्रक में फर्जी नंबर अंकित करवाया। फर्जी नंबर से संचालित ट्रक की टक्कर से मोटरसाइकिल चालक की मौत के बाद जांच में कूटरचना का राजफाश हो गया। लखनपुर पुलिस ने ट्रक मालिक दुर्ग जिले के पाटन थाना के ग्राम दैमार निवासी कोमलकान्त को कूटरचना और धोखाधड़ी के आरोप पर गिरफ्तार कर लिया है।
अंबिकापुर – बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम जजगा के समीप लगभग डेढ़ वर्ष ट्रक ने मोटर साइकिल को टक्कर मार दी थी। इसमें करमचंद मझवार नामक युवक की मौत हो गई थी। ट्रक क्रमांक सीजी 04 एनएम 9953 को खड़ी कर चालक भाग गया था। लखनपुर पुलिस ने ट्रक को जब्त कर मामले की जांच शुरू की। वाहन में लिखे नंबर के आधार पर वाहन स्वामी का पता किया जा रहा था। पंजीयन नंबर से वाहन मालिक का पता चला। उससे पूछताछ की गई तो उसने उक्त नंबर की ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त नहीं होने की जानकारी दी गई। उन्होंने ट्रक के उनके आधिपत्य में होने की जानकारी भी दी गई। इससे पुलिस का माथा ठनका। जब्त ट्रक से इंजिन एवं चेचिस नंबर के आधार पर परिवहन विभाग से की जानकारी भी दी गई। इससे पुलिस का माथा ठनका।
जब्त ट्रक से इंजिन एवं चेचिस नंबर के आधार पर परिवहन विभाग से जानकारी ली गई। तब पता चला कि उक्त ट्रक का वास्तविक नंबर सीजी07 सीसी 7613 है। वाहन मालिक कोमलकान्त को थाने बुलाया गया। पूछताछ में उसने बताया कि दो ट्रक 2019 एवं 2022 में फाइनेंस में लिया था। 2019 में लिए ट्रक का क़िस्त अदा नहीं कर पाने के कारण फाइनेंस कम्पनी द्वारा ट्रक को सीज कर लिया गया था। उक्त दुर्घटनाकारी ट्रक का भी किश्त वाहन स्वामी नही अदा कर पा रहा था।गाडी फाइनेंस कम्पनी से बचाने हेतु गाड़ी का मूल रजिस्ट्रेशन नंबर खोलकर अपने पास रख लेना और मूल रजिस्ट्रेशन नंबर की जगह फर्जी नंबर लिखकर वाहन स्वामी स्वयं चला रहा था।
मामले में धारा 420, 467, 468, 471 भा.द.वि. जोड़कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।