बहुचर्चित 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को कोर्ट ने ईडी को दी 7 दिनों की रिमांड

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को टीम ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। कवासी लखमा बुधवार को तीसरी बार ईडी के दफ्तर में पूछताछ के लिए पहुंचे थे। पूछताछ के बाद ईडी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने कवासी लखमा को सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ईडी की टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने पूर्व आबकारी मंत्री क को अरेस्ट कर लिया है। कवासी लखमा तीसरी बार पूछताछ के लिए ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। कवासी लखमा ने कहा था मैं अनपढ़ आदमी हूं, अधिकारियों के कहने पर साइन करता था। ईडी के वकील ने बताया कि हमने 14 दिनों की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट ने 7 दिनों की रिमांड दी है। मामले में अगली सुनवाई 21 जनवरी को होगी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में जब शराब घोटाले का मामला सामने आया था उस समय कांग्रेस की सरकार में कवासी लखमा आबकारी विभाग के मंत्री थे। पूर्व मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को विशेष अदालत में काफी बहस हुई। ईडी ने लखमा को दो हफ्ते की रिमांड देने की मांग की थी, इसका लखमा के वकीलों ने विरोध करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री जांच में पूरा सहयोग कर रहे थे बावजूद उन्हें गिरफ्तार किया जाना उचित नहीं है। अदालत ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद 21 जनवरी तक लखमा को ईडी की रिमांड मंजूर की है।
आबकारी घोटाले के आरोपी लखमा के वकील फैजल रिजवी ने कहा कि यह मामला 2022 का है, और अब जाकर ईडी ने कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल गरीब आदिवासी परिवार से आते हैं। पढ़े-लिखे नहीं है। विभागीय कामकाज की उन्हें जानकारी नहीं रही है। अभी उनसे कागज में दस्तखत ले लिए गए, लेकिन उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। पीएसओ ने उन्हें पढ़कर सुनाया है। कोर्ट ने दलील सुनने के बाद 14 दिन के बजाय 7 दिन की रिमांड मंजूर की है। वहीं ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने कहा कि ईडी के कवासी लखमा के गिरफ्तारी के पूरे साक्ष्य मिले हैं।
बता दें कि कवासी लखमा के घर में ईडी ने 29 दिसंबर में रेड डाली थी। इसके बाद कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। ईडी की टीम ने दो बार उनसे पूछताछ की थी। इसके साथ ही उनसे संपत्ति का ब्यौरा भी मांगा गया था। कवासी लखमा ने कहा था कि ईडी की टीम मुझे जितनी बार बुलाएगी मैं जाऊंगा। मैं कानून का सम्मान करने वाला आदमी हूं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच ईडी कर रही है। ईडी के अनुसार यह करीब दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला है। ईडी का दावा है कि भूपेश बघेल की सरकार में आईएसएस अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी, अरविन्द सिंह और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट ने इस घोटाले को अंजाम दिया है। इस मामले में कई आरोपी जेल में बंद हैं। अनवर ढेबर, रायपुर के मेयर रहे एजाज ढेबर के भाई हैं।
कवासी लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस ने किया सुकमा बंद का ऐलान
शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा विधायक कवासी लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने 16 जनवरी को सुकमा बंद का ऐलान किया है। सुकमा जिला कांग्रेस कमेटी ने इस संदर्भ में अनुविभागीय अधिकारी को सूचना दे दी है। बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी ने बीजेपी और ईडी का पुतला दहन कर जोरदार नारेबाजी भी की। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी और ईडी मिलकर कांग्रेस को डराना चाहती है। वे कहते हैं कि लखमा कोंटा से छह बार के विधायक हैं और आगामी नगरीय और पंचायत चुनावों को लेकर बीजेपी कांग्रेस के गढ़ में विजय पाने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस नेताओं का यह भी कहना है कि बीजेपी देश में ईडी और सीबीआई के जरिए राज करना चाहती है और लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ईडी अपने अधिकारियों का दुरुपयोग कर रही है और इसका खामियाजा भविष्य में बीजेपी को भुगतना पड़ेगा।