पूर्व सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में किसानों और गेल कंपनी के बीच हुआ समझौता
गेल कंपनी बरसात के तीन महीने नहीं करेगी खेतों में खुदाई
भिलाई 3। दुर्ग जिले के किसान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने उनके भिलाई 3 स्थित निवास पहुंचे जहां किसानों ने दस्तावेज़ उपलब्ध करा कर पूर्व मुख्यमंत्री से संदेहास्पद मुआबज़े में दुविधा व विवाद से अवगत कराया था। इसी विषय पर शनिवार को गेल के अधिकारियों और किसानों की एक बैठक पूर्व सीएम भूपेश बघेल के भिलाई 3 स्थित निवास पर हुई। लंबी चर्चा के बाद निम्नलिखित फ़ैसला किया गया।
जिसके तहत बरसात के तीन महीने यानी अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में पाइप लाइन बिछाने के लिए कोई खुदाई नहीं होगी, चूंकि भूमि का अधिग्रहण नहीं हो रहा है इसलिए पाइप लाइन बिछाए जाने वाली भूमि के लिए एक क्षतिपूर्ति मुआवज़ा दिया जाएगा,
मुआवज़े की दर भूमिअधिग्रहण क़ानून में तय दर का 40 प्रतिशत होगा, किसानों को दो फ़सलों का मुआवज़ा दिया जाएगा, अगर गेल इन शर्तों का पालन नहीं करती है तो किसान किसी भी क़ीमत पर पाइप लाइन नहीं बिछने देंगे।
बैठक के बारे जानकारी देते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि गेल को मुंबई से झारसुगड़ा तक पाइप लाइन बिछानी है। यह पाइप लाइन छत्तीसगढ़ के 11 ज़िलों से गुज़रेगी। दुर्ग के किसानों के साथ जो आपसी चर्चा से जो समझौता हुआ है उससे उम्मीद है कि यह समझौता सभी 11 ज़िलों में लागू होगा। विकास के कार्य ज़रूर होने चाहिए, लेकिन किसानों को परेशानी में डालकर नहीं होना चाहिए।