हम मनुष्यों को प्रभु श्री राम के आदर्शो पर चल देश में भाई चारे के साथ जाति गत द्वेष ख़त्म करने हो.पहल .डॉ.विनय जायसवाल
जिला एम,सी,बी,चिरमिरी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पुरे चिरमिरी शहर में हर घर हर द्वार में मानो दीवाली जैसा पर्व हो का माहोल देखने को मिला । कही वार्ड वासी रैली निकाल कर राम जी के जय कारे लगाते दिखे तो कही वार्ड वासियों के द्वारा प्रभात फेरी निकाल कर प्रभु श्री राम के आगमन की खुशियां मनाई. चिरमिरी शहर के बड़ा बाजार सेवा समिति के तत्वाधान में अयोध्या में आयोजित श्री राम मंदिर को लेकर के वादक एवं चार पहिया वाहनों के द्वारा विशाल राम रैली आयोजन हनुमान मंदिर प्रागण से किया गया जहां सुबह से ही रामभकों का हुजुम देखने को मिला । इस दौरान हर कोई अपने हाथ में राम जी के चेहरे के छाया चित्र का झंडा श्रीराम लेकर जय श्री राम के नारे लगाते दिख रहा थे । शहर का हर नागरिक एक दूसरे को मुँह मीठा कर माथे पर तिलक लगा रहा था । वर्षो पुरानी जिज्ञासा के पूर्ण होने की अपार ख़ुशी हर व्यक्ति एक दूसरे से बाटते हुए दिख रहे थे । इस विशाल आयोजन को रैली का रूप देते हुए पुरे शहर में घुमाया गया रैली की शुरवात बड़ा बाजार के हनुमान मंदिर प्रागण से होते हुए हल्दीबाड़ी के मुख्य मार्ग से शनिचरी बाजार,भैसा दफाई,टीना दफाई,सड़क दफाई से शहर के डोमनहिल,गोदरिपारा होते हुए पुनः बड़ा बाजार दुर्गा पंडाल के समीप समाप्त हुई. बाईक रैली में हर युवा राम के जयकारों के साथ भगवा ध्वज लेकर जय कारा लगाते दिख रहे थे । इस राम मय माहौल में मनेंद्रगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल में अपने शब्दों में इस इस आयोजन को ऐतिहासिक दिवस और कार्य बताया उन्होंने ने उपस्थित जन मानस को संबोधित करते हुए कहा की प्रभु श्री राम का नाम मर्यादा पुरषोत्तम भी कहते है जिन्होंने ने अपने जीवन काल में 14 वर्षो का वनवास काटा पर कभी एक भाई को दूसरे भाई से द्वेष रखे की भावनाओं को बढ़ावा नहीं दिया वह हमेशा सच्चाई का मार्ग थामे रहे और बुराइयों से हम लोगो को बचने का रास्ता दिखाया. इस 21 वीं सदी हम लोगों की उम्र महज 100 वर्ष 80 वर्ष या उससे कम है पर हम लोग उनके आदर्शो पर एक कदम नहीं चलते हम सभी एक दूसरे बुराइयों को देखते है । कभी सही रास्ते को अपने अंदर लाने का प्रयास नहीं किया जिस कारण आज हमारे समाज में बुराइयों ने अपने सबसे ज्यादा स्थान बना लिया है । आज दिवस से हम सभी को इस बात की शपत लेनी चाहिए की हम भगवान श्री राम के आदर्शो को अपने अंदर लाएंगे और उन मार्गो पर पुरे समाज को जागरूक भी करेंगे तभी हम सभी पूर्व रूप से सफल हो सकेंगे ।