कोरिया में फ्लैग मार्चलोकसभा निर्वाचन के कोरिया जिले में पुलिस और केंद्रीय बलों ने फ्लैग मार्च निकाला. सुरक्षा बलों ने इसके जरिए शांतिपूर्ण मतदान का संदेश दिया कोरिया जिलाऔर,सोनहत विधानसभा क्षेत्र में कल 7 मई को होना है मतदान
कोरिया जिला बैकुंठपुर में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत कोरबा लोकसभा क्षेत्र में मतदान होना है. कोरिया और सोनहत क्षेत्र में शांतिपूर्ण वोटिंग कराने की जिम्मेदारी जिला पुलिस और केंद्रीय बलों पर है. इसी को ध्यान में रखकर पुलिस ने केंद्रीय रिजर्व फोर्स के साथ जिले भर में फ्लैग मार्च निकाला. साथ ही लोगों को संदेश दिया कि वे भय मुक्त होकर वोट करें.कलेक्टर के नेतृत्व में निकला फ्लैग मार्च : कलेक्टर कोरिया विनय लंगेह और एसपी कोरिया सूरज सिंह परिहार के नेतृत्व में रक्षित केंद्र कोरिया से पैदल फ्लैग मार्च शुरु हुआ. यह कोरिया शहर के फव्वारा तिराहा, कुमार चौक, बाजार मार्ग, बिजली ऑफिस तिराहा, शर्मा तिराहा होते हुए महलपारा रोड, महलपारा तिराहा, नगर पालिका के सामने से रामानुज मिनी स्टेडियम ग्राउंड पहुंची. जहां से वाहन में सवार होकर ओड़गी नाका, छिंदडांड, खरवत चौक, चरचा बस स्टैंड, रेलवे अंडर ब्रिज होकर पुराना थाना के बगल में हेलीपैड ग्राउंड चरचा पहुंची.
कोरिया एसपी का जवानों को दिशा निर्देश कोरिया के पूर्व रक्षित केंद्र कोरिया ग्राउंड से सभी पुलिस अधिकारी-कर्मचारी एकत्रित हुए. जहां कोरिया एसपी सूरज सिंह परिहार ने सुरक्षा के संबंध में ब्रीफ किया. उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शाने को कहा है.
चुनाव को भय मुक्त माहौल में संपन्न कराने की जिम्मेदारी आप सभी पर कुछ ज्यादा है. इस फ्लैग मार्च के माध्यम से पुलिस की ताकत दिखनी चाहिए. लोकसभा चुनाव में खलल डालने वाले असामाजिक तत्वों पर पुलिस फोर्स का डर बना रहे.” – सूरज सिंह परिहार, एसपी, कोरिया
सोनहत पुलिस ने भी निकाला फ्लैग मार्च इसी के साथ सोनहत क्षेत्र में भी पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सोनहत राजेश साहू और थाना प्रभारी हेमंत अग्रवाल के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया. फ्लैग मार्च खुटरापारा, अमहर, पोड़ी, रजौली, विक्रमपुर, बोडार, कुशहा, मधला, पुसला होते हुए रिखईचौक, कटगोड़ी, घुघरा, कैलासपुर के मार्ग से वापस थाना सोनहत पहुंचा.भय मुक्त माहौल में मतदान कराना पुलिस का सबसे बड़ा कर्तव्य है. इसी मंशा से फ्लैग मार्च में लोगों को संदेश देने का प्रयास किया गया कि लोकतंत्र के इस पर्व में वे बिना किसी डर के मतदान करें.