कैरियर गाइडलाइन कार्यशाला का बंजी में आयोजनबच्चों के भविष्य निर्माण में सहायक सिद्ध होगा
मनेन्द्रगढ़ जिला एम,सी,बी,ग्राम पंचायत बंजी के कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में सुप्रसिद्ध समाजसेवी संस्था जागो सेवा संस्थान बंजी के तत्वाधान में कैरियर गाइडलाइन कार्यशाला 2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मनेंद्रगढ़ लिंगराज सिदार, सिविल जज क्वालिफाइड कु. प्रज्ञा सिंह, डॉ ज्योति सिंह बैकुंठपुर, कु. श्वेता सिंह मनेंद्रगढ़ के आतिथ्य में तथा जागो सेवा संस्थान अध्यक्ष परमेश्वर सिंह जी के गरिमा में उपस्थिति में सर्वप्रथम मां सरस्वती की छायाचित्र पर पुष्प माला एवं धूप दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जागो सेवा संस्थान के अध्यक्ष परमेश्वर सिंह मरकाम ने अपने उद्बोधन में उपस्थित बच्चों एवं ग्रामीण जन समुदाय को संस्थान के प्रस्तावना एवं उद्देश्य के बारे में विस्तार पूर्वक भली भांति परिचय कराया और उन्होंने संस्थान के माध्यम से किए जाने वाले कार्य जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, जन जागरूकता के कार्य, सामाजिक बुराइयों पर हस्तक्षेप, पर्यावरण संरक्षण पर आधारित कार्यक्रम, जरूरतमंद व्यक्तियों की सहायता के कार्य , खेती किसानी से संबंधित उत्कृष्ट किसानों को सम्मानित कर अन्य किसानों को प्रोत्साहित करने के कार्य समाहित हैं। हमारी संस्था 2003 से कार्य कर रही है, जिसमें हमारे क्षेत्र के हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी तथा उच्च कक्षा में अध्ययन कर रहे बच्चों के भविष्य निर्माण हेतु विगत 5 वर्षों से कैरियर गाइडलाइन कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहा है। इस कार्यक्रम में कैरियर गाइडलाइन विषय से संबंधित एक्सपर्ट लोगों को आमंत्रित कर बच्चों को जानकारी प्रदान किया जाता है। हमारे क्षेत्र के बच्चे प्राथमिक स्तर से नवोदय, एकलव्य एवं प्रयास विद्यालय में चयन होकर उच्च कक्षाओं में अध्यनरत हैं। गर्व का विषय है कि कुछ बच्चे इंटरनेशनल लेवल की परीक्षाओं जैसे नीट, जेईई परीक्षा पास कर अध्यनरत हैं। जेठ महीना की तपती धूप एवं गर्मी में भी सभी अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थित होने के लिए संस्था अध्यक्ष ने धन्यवाद ज्ञापित,किया,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मनेंद्रगढ़ लिंगराज सिदार ने बच्चों को संबोधित करते हुए अपनी उद्बोधन में कहा कि आप उन भाग्यशाली बच्चों में से हैं जिन्हें शिक्षा अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ है इसलिए अपने लक्ष्य को साधते हुए पूर्ण निष्ठा ईमानदारी के साथ कार्य करना चाहिए, तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमारा यह जीवन एक खेल की तरह है हम अपने जीवन भर किसी न किसी रूप में सीखने का कार्य करते हैं। उम्र के हिसाब से नए-नए कार्य और जिम्मेदारियां संभालनी पड़ती है श्रीमती प्रज्ञा सिंह ने अपनी वक्तव्य में विस्तार पूर्वक बच्चों को संबोधित करते हुए नई-नई जानकारियां प्रदान की जिसमें उन्होंने कहा कि हम अपनी खुद की सहायता करना सीखें, हमारी कोई सहायता करें या ना करें किसी को दोषारोपण से कोई लाभ नहीं है। हमेशा सकारात्मक सोच रखना चाहिए, नकारात्मकता को अपने सोच में स्थान न दें। व्यक्ति के हर आयु वर्ग में शारीरिक बदलाव के साथ मानसिक बदलाव भी होते हैं जिसमें विशेष कर युवा वर्ग को अति सचेत रहने की आवश्यकता होती है, क्योंकि अधिकतर भटकाव की स्थिति युवा आयु वर्ग के लोगों में ही होते हैं। अच्छे लोगों का संगत करें अच्छे पुस्तक पढ़ें जिनसे सकारात्मक भाव पैदा हो। उन्होंने आगे कहा कि हमने अपने जीवन में गीता और रामचरितमानस के आदर्शों को स्वीकार किया है। यह आदर्श हमारे जीवन के उलझन क्षणों में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। ऐसे काव्यों को आप भी पढ़ें। उच्च कक्षाओं के अध्ययन में जो भी विषय आप चुनते हैं जैसे गणित, विज्ञान, कला, कॉमर्स आदि जिन्हें जिस विषय में रुचि हो इस विषय को लेकर आगे बढें, सभी विषय अच्छे हैं डॉक्टर ज्योति सिंह ने अपने वक्तव्य में संस्था को धन्यवाद व्यापित करते हुए अपने जीवन से जुड़ी शिक्षा पर संघर्ष की कहानी को बड़े अच्छे ढंग से बताया और कहा कि जो बच्चे मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहते हैं उन बच्चों को अपने नीट की तैयारी कक्षा 11वीं से ही शुरू करना चाहिए क्योंकि 11वीं कक्षा से ही मेडिकल परीक्षाओं का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है और नीट क्वालीफाई के लिए एनसीईआरटी का बुक पढ़ना होगा जो नीट परीक्षा के लिए उत्तम है। तत्पश्चात सभी बच्चों को अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आगे की पढ़ाई कैसे कर सकते हैं इस पर भी प्रकाश डाला गया।कार्यक्रम के अगले सोपान में कुमारी श्वेता सिंह ने उदाहरण स्वरूप अपने जीवन परिचय में बताया क उन्होंने कक्षा पांचवी से नवोदय विद्यालय पास कर आज पी एचडी की अंतिम वर्ष आई. . के.वि. रायपुर में अध्यनरत है। कक्षा दसवीं के बाद हमें किस क्षेत्र में जाना है अपने आप पर निर्भर करता है, इसके बारे में विस्तार पूर्वक डायग्राम बनाकर बच्चों को समझाया गयाएल इस कार्यक्रम में ग्राम बंजी, बुंदेली, पाराडोल, छिपछिपी, सिरौली, नारायणपुर, धवलपुर, मेंड्रा के छात्र-छात्राओं एवं ग्रामीण तथा पालको में कुल 105 लोगों ने भाग लिया और कार्यक्रम का लाभ उठाया इस कार्यशाला में मुख्य रूप से संस्था के सचिव नभाग सिंह, सदस्य ब्रह्मा सिंह, मेवालाल, कन्हैयालाल , ईश्वर सिंह, सुजीत सिंह पप्पू, ओमप्रकाश, सुरेश सिंह, छात्रावास अधीक्षिका आराधना का सराहनीय सहयोग रहा।