काऊ कैचर की टीम ने बर्बरता पूर्वक बेजुबान बैल को रस्सी से बांधकर सड़क पर घसीटा

बलौदाबाजार। बलौदाबाजार से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां नगर पालिका के कर्मचारियों की क्रूरता का एक रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक बेजुबान बैल को वाहन से बांधकर बेरहमी से सड़क पर घसीटते हुए ले जा रहे हैं। इस घटना ने पूरे शहर में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है।
यह शर्मनाक घटना बलौदाबाजार शहर की है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि रात के करीब 10 बजे, नगर पालिका का एक काऊ कैचर वाहन एक बैल को रस्सी से बांधे हुए है। वाहन चल रहा है और बेबस जानवर सड़क पर घिसटता हुआ जा रहा है। यह दृश्य इतना दर्दनाक था कि वहां से गुजर रहे राहगीरों ने इसे अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया, यह आग की तरह फैल गया। लोगों ने नगर पालिका कर्मचारियों के इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की। कई लोगों ने इसे “गौ-वंश पर अत्याचार” बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वीडियो में यह भी देखा गया कि कुछ स्थानीय नागरिकों ने वाहन को रोककर कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की और उनसे मानवीय व्यवहार करने की अपील की।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह क्रूरता हाईकोर्ट के निर्देशों की खुलेआम अवहेलना है। हाईकोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नगरीय निकायों को मुख्य मार्गों से मवेशियों को सुरक्षित तरीके से हटाकर गौशालाओं में पहुंचाना है। लेकिन यहां निर्देशों की आड़ में कर्मचारियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं, जिससे उनकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस वायरल वीडियो ने नगर पालिका प्रशासन को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस गंभीर मामले पर कोई संज्ञान लेगा? क्या इस अमानवीय कृत्य के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी? शहर की जनता इस मामले में प्रशासन से जवाब और न्याय का इंतजार कर रही है।